एक सर्वे ने बीजेपी के पसीने छुड़ा दिए हैं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एमवीए एनडीए को पटखनी देने वाला है महाराष्ट्र में बीजेपी का हाल बहुत बुरा होने वाला है तीन-तीन दलों के सहारे से चल रही महाराष्ट्र सरकार की नैया इस बार डूब जाएगी यह दावा हमारा नहीं है बल्कि यह दावा आंतरिक सर्वे में किया गया है और हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों के आंतरिक सर्वे में कांग्रेस ही आगे है अब सर्वे रिपोर्ट ने कांग्रेस का उत्साह तो बढ़ा दिया है लेकिन बीजेपी और उसके सहयोगियों को बेचैन कर दिया है तो आखिर क्या कहता है सर्वे इसी
पर हम अपनी स्पेशल रिपोर्ट में करेंगे बात नमस्कार मैं आराधना तो शुरू करते हैं हमारी आज की ये स्पेशल रिपोर्ट महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में बड़ा खेल होने वाला है सत्ता में बदलाव तय दिखाई दे रहा है करीब ढाई साल से सत्ता में काबिज महायुति गठबंधन सत्ता से बाहर होने वाला है अभी कुछ दिनों पहले बीजेपी की तरफ से एक इंटरनल सर्वे कराया गया था जिसकी रिपोर्ट के बाद से ही बीजेपी परेशान दिखाई दे रही थी वहीं अब एक और सर्वे सामने आ गया है और यह सर्वे भी बीजेपी की इंटरनल रिपोर्ट पर मोहर लगा रहा है यानी पिछले 4 महीने में महाराष्ट्र में
कोई भी बड़ा बदलाव नहीं आया है और जो थोड़ा बहुत बदलाव हुआ है वह बीजेपी के खिलाफ ही जाता दिखाई दे रहा है दरअसल कांग्रेस पार्टी की तरफ से आंतरिक सर्वे कराया गया है और इस सर्वे में दावा किया गया है कि इस बार के चुनाव में महाविकास आ घाड़ को 160 से 165 सीट मिल सकती है यानी लोकसभा चुनाव से बेहतर स्थिति में दिख रहा है महाविकास आघाड़ा की गठबंधन की स्थिति और खराब होती दिखाई दे रही है इस सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 80 से 85 सीटें मिल सकती हैं वहीं एनसीपी शरद गुट को 50 से 55 तो शिवसेना यूबीडी को 30 से 35 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है महाराष्ट्र की
विधानसभा में 228 सीटें हैं जिसमें बहुमत का आंकड़ा 145 है यानी अगर महाविकास आ घाड़ गठबंधन को मिलने वाली सबसे कम सीटों की संख्या को देखें तो वह भी बहुमत से 15 ज्यादा यानी 160 तक पहुंच रही है जबकि सर्वे में उसकी सीटें 175 तक पहुंचते दिखाई दे रही हैं इस बीच राज्य में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकप्रियता भी तेजी से बढ़ती जा रही है जिसका ताजा उदाहरण हम हाल फिलहाल के संसद सत्र से ही देख सकते हैं संसद में किसानों से लेकर के सफाई कर्मियों तक कई लोग उनसे मिलने पहुंचे उनसे मुला त करके उन्होंने अपनी समस्याएं राहुल गांधी के सामने रखी
और राहुल गांधी ने भी उनकी उम्मीदों पर वह खरे उतरे राहुल गांधी ने सड़क से लेकर संसद तक उनके मुद्दों को उठाया जिसके बाद राहुल गांधी की लोकप्रियता को अब साबित करने के लिए कोई उदाहरण कोई सबूत देने की जरूरत नहीं है और राहुल गांधी की इसी लोकप्रियता से पीएम मोदी भी घबराए हुए नजर आ रहे हैं और महाराष्ट्र में पीएम मोदी से भी ज्यादा बढ़ती राहुल गांधी की यह लोकप्रियता ना सिर्फ बीजेपी बल्कि पूरे महायुती गठबंधन के लिए भी टेंशन की बात बन गई है वैसे महाविकास आघाड़ा बढ़कर दावा कर रहे हैं उनका दावा है एनसीपी एसपी के चीफ शरद पंवार ने तो
यहां तक दावा किया है कि महाराष्ट्र में बदलाव लाने के लिए एनसीपी एसपी को सशक्त बनाने की जरूरत है जो लोग गलत कर रहे हैं उन्हें जवाबदेह बनाना जरूरी है राज्य में जो स्थिति दिखाई दे रही है उसे देखते हुए विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ा से 225 सीटें जीत ने में कामयाब हो सकता है कांग्रेस के इंटरनल सर्वे ने महायुति गठबंधन को 100 से 110 सीटों पर जीत की संभावना जताई तो शरत पवार का दावा है कि महायुति को 60 सीटें भी नहीं मिल पाएंगी वैसे महायुति गठबंधन को इस समय सबसे ज्यादा संकट में शरद पवार ने ही डाल रखा है वह अजीत गुट की एनसीपी और बीजेपी में
लगातार बड़ी सेंधमारी कर रहे हैं अब तक महायुति के कई बड़े नेता एमवीए में शामिल हो चुके हैं और शरद पवार ने तो यहां तक दावा किया है कि अभी भी कई नेता उन के संपर्क में है महाराष्ट्र की सियासी हवा में भी यह बात महसूस की जा रही है कि महायुति गठबंधन जिसमें बीजेपी शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी का अजीत गुट शामिल है वह महाविकास आघाड़ा दिखाई दे रहा है पार्टी में भगदड़ मची हुई है एक तरफ एमवीए है जो पूरी तरह से एकजुट दिखाई दे रहा है किसी भी मुद्दे पर मतभेद नहीं नजर आ रहा सीट बंटवारे को लेकर लगातार बैठक चल रही है और इसमें सहमति बनती भी नजर आ रही है तो दूसरी तरफ
महायुति गठबंधन में अभी तक किसी भी मुद्दे पर सहमति बनना तो दूर बैठक भी शुरू नहीं हो पाई है अभी यह साफ ही नहीं हो पा रहा है कि महायुति में कौन-कौन से दल शामिल रहेंगे क्योंकि अजीत गुट को लेकर आरएसएस की नाराजगी कम होती नहीं दिख रही आरएसएस ने तो बीजेपी को चेतावनी तक दे दी कि लोकसभा चुनाव के दौरान अजीत पवार गुट से गठबंधन करना बीजेपी की सबसे बड़ी गलती थी और बीजेपी को यह गठबंधन तोड़ देना चाहिए आरएसएस ने बीजेपी को चेतावनी दे दी है तो दूसरी तरफ अजत पंवार जिस तरह से अपने चाचा की तारीफ कर रहे हैं उससे संकेत मिल रहे हैं कि जल्दी ही वह चाचा के साथ जा सकते
हैं अजीत पंवार ने तो हाल ही में महायुति के नेताओं को यह तक हिदायत दे दी थी कि महायुति के जो भी नेता शरद पवार के बारे में कुछ भी कहना चाहते हैं कह रहे हैं तो उन्हें सोच समझ कर बोलना चाहिए और अगर ऐसा होता है कि अजत पवार शरद पवार के साथ आ जाते हैं तो कांग्रेस के सर्वे में एमवीए को जो 175 सीटें दिखाई जा रही है व शरद पवार के दावे जिसमें 225 सीटों पर जीत की बात कही गई थी एमवीए उससे भी आगे निकल जाएगा दरअसल लोकसभा चुनाव में जो परिणाम सामने आए थे अगर उन चुनाव परिणामों को ही देखें तो महायुती गठबंधन सिर्फ 105 विधानसभा क्षेत्रों में लीड लेने में
कामयाब हुआ था जबकि महाविकास आ घाड़ ने 156 विधानसभा क्षेत्रों में लीड ली थी और उसके बाद से एमवीए के पक्ष में माहौल भी तैयार हुआ है जिसके बाद दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र में एमबीए की सरकार आसानी से बन सकती है सीट कितनी मिलेगी इसे लेकर अलग-अलग एजेंसियों के अलग-अलग दावे हैं हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया की तरफ से भी एक सर्वे कराया गया था और सबसे बड़ी बात यह है कि इस सर्वे के परिणाम भी वैसे ही थे जो सर्वे रिपोर्ट कांग्रेस की सामने आई है टाइम्स ऑफ इंडिया की तरफ से जो सर्वे कराया गया था उसमें महाविकास आघाड़ा किया गया है सर्वे में बताया गया
है कि महाविकास आघाडी को नागपुर अमरावती मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्रों में बढ़त मिली है जबकि सत्तारूढ महायुति मुंबई कोकड़ और उत्तर महाराष्ट्र के विधानसभा क्षेत्रों में ही एमवीए को टक्कर देने की स्थिति में दिखाई दे रहा है यानी सर्वे चाहे बीजेपी का हो कांग्रेस का हो या फिर किसी मीडिया हाउस का सभी के नतीजे एक जैसे ही दिखाई दे रहे हैं सभी में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुती गठबंधन को 100 सीटों के करीब पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है तो महाविकास अघड़ी गठ धन को 160 से 185 सीटों के आसपास पहुंचता हुआ बता रहे हैं महाराष्ट्र में
विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा खेल हो चुका है बीजेपी की जमीन खिसक चुकी है इसका एहसास पार्टी के नेताओं को भी होने लगा है इसलिए देवेंद्र फडणवीस अब मुंबई की जगह दिल्ली में जगह की तलाश कर रहे हैं जहां पार्टी ने चुनाव से जुड़ी सारी जानकारी फडणवीस के हाथों में सौंप दी है बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष बावन कुले और फडणवीस को ही विधानसभा चुनाव से जुड़ी सारी जानकारी दी जा रही हैं और इसीलिए देवेंद्र फडणवीस अब मुंबई की जगह दिल्ली में जगह तलाश रहे हैं फडणवीस को दिल्ली में मंत्रियों को मिलने वाला सरकारी बंगला भी अलॉट हो चुका है यानी फडणवीस जो खुद को अभी तक सीएम पद का
दावेदार मान रहे थे वह महाराष्ट्र की राजनीति से बाहर निकलने का अपना दूसरा प्लान यानी प्लान ब पहले से ही तैयार कर चुके हैं वैसे यह भी कहा जा रहा है कि अभी तक दोनों ही गठबंधन महायुति और एमवीए किसी में भी सीट बंटवारे की तस्वीर साफ नहीं हुई है सीट बंटवारे की स्थिति साफ करने के बाद तस्वीर में थोड़ा बहुत बदलाव जरूर आ सकता है लेकिन यह बदलाव इतना बड़ा नहीं होगा कि जो तस्वीर इस समय सामने आ रही है