Akhilesh Yadav की नई रणनीति ने उड़ाई BJP की नींद, UP में हो गया खेल !
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान से पहले समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशियों की नई सूची जारी की है सपा की सूची ने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है एक बार फिर सपा ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है लेकिन इससे बीजेपी के साथ ही उसके सहयोगी की भी टेंशन बढ़ गई है तो सपा ने किसे बनाया उम्मीदवार और क्यों बढ़ी बीजेपी की टेंशन देखिए इस रिपोर्ट में लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है सियासी सरगर्मियां भी तेज होती हुई नजर आ रही हैं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर पार्टी की रणनीति में बड़ा उलटफेर कर दिया है जिससे बीजेपी की नींद उड़ती हुई नजर आ रही है
रविवार को सपा प्रमुख ने पार्टी की नई लिस्ट जारी की है इसमें उन्होंने दो उम्मीदवारों की घोषणा की है पार्टी ने रॉबर्ट्सगंज सीट से छोटेलाल खारवाल को टिकट दिया है तो वहीं मिर्जापुर सीट पर कैंडिडेट बदल दिया है उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर सीट एनडीए की सुरक्षित सीटों में गिनी जाती है लेकिन सपा की घोषणा के बाद इस सीट पर भी मुकाबला कड़ा होता हुआ नजर आ रहा है अखिलेश ने इस सीट पर राजेंद्र बिंद की जगह रमेश बिंद को प्रत्याशी घोषित किया है रमेश बिंद जो भदोई से बीजेपी के मौजूदा सांसद हैं लेकिन अब सपा ने उन्हें मिर्जापुर से बीजेपी के खिलाफ उतार दिया है
अब इस सीट पर दो एनडीए सांसदों में ही टक्कर हो रही है क्योंकि मिर्जापुर से 2014 से ही अपना दल एस की अनुप्रिया पटेल सांसद हैं दरअसल रमेश बिंद ने 2019 में भी बीजेपी से मिर्जापुर से टिकट मांगा था लेकिन पार्टी ने बिंद को भदोई से मैदान में उतार दिया था बिंद चुनाव जीते और सांसद बने इस इस बार भी वह मिर्जापुर से दावेदारी कर रहे थे लेकिन बीजेपी ने उन्हें किसी भी सीट से उम्मीदवार नहीं बनाया जबकि बिंद का मिर्जापुर सीट पर अच्छा प्रभाव है जिसके बाद सपा ने बिंद को अपने पाले में कर लिया और टिकट दे दिया मिर्जापुर रमेश बिंद का
जन्म स्थल है और यहां मझवा क्षेत्र से वह तीन बार विधायक भी रह चुके हैं ऐसे में इस सीट पर उनकी एंट्री ने यहां मुकाबला दिलचस्प बना दिया है बीजेपी भी टेंशन में नजर आ रही है